पर्यटकों के लिए बहुत मुश्किल भरा है मनाली का सफर
- जाम से जूझने के लिए तैयार रहिए -जेब में अतिरिक्त पैसे लेकर जाईए -बहुत गंदगी है इन पहाड़ो मे -टॉयलेट और पीने का पानी... भूल जाईए... अगर आप भी मैदानी इलाके के बाशिंदे हैं और आपने तपती जलती गर्मी से निजात पाने और प्रकृति की खूबसूरती का आनंद उठाने के लिए मनाली और रोहतांग दर्रा जाने का प्लान बनाया है तो हम आपको बता दें कि यह सफर आपके लिए बेहद सफरिंग यानि कि मुश्किलों भरा होने वाला है। खासतौर से मई –जून के पीक सीजन में तो बिल्कुल यहां जाने के बारे में ना सोचें। पहाड़ों में बसी मनाली भले ही दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब, हरियाणा और अन्य आस-पास के मैदानी इलाकों के पर्यटकों के लिए सुकून भरी मंजिल बनकर उन्हें अपनी ओर खींचती हो, लेकिन यहां आकर आपको केवल सुकून ही नहीं मिलेगा। घंटों जाम में फंसने की खीज, अत्यधिक भीड़भाड़, टॉयलेट व डस्टबिन जैसी बेसिक सुविधाओं का अभाव और चारों और फैली गंदगी का आलम और काली हो चुकी बर्फ देखकर आप यहीं सोचेंगे कि इससे तो हम मैदानी इलाकों में अच्छे थे। जी हां, यहां के अधिकारियों ने पर्यटन उद्योग को बढ़ावा देने के लिए रोहतांग दर्रे तक जाने वाले वाहनों की स...