भिखारी भी हैं ट्रेडिंग के धंधे में... भीख के पैसों से होती है ऊपरी कमाई
यह तस्वीर दिल्ली के प्रगति मैदान के पास स्थित दिल्ली के प्रसिद्ध भैंरो मन्दिर से ली गई है। इसे ज़रा गौर से देखिए क्या हो रहा है इसमें। यह काली जैकेट वाला आदमी यहां की पार्किंग का ठेकेदार है और मन्दिर के द्वार पर बैठी यह महिलाए उसके साथ खुले पैसों की ट्रेडिंग कर रही हैं.... दरअसल भिखारियों के पास खुले पैसे या सिक्कों की भरमार होती है। जो भी इन्हें दान में कुछ देता है वो सिक्के या एक, दो या पांच रुपए के नोट होते हैं जिनकी और लोगों को काफी ज़रूरत होती है। इसलिए ये लोग भिखारियों को एक या दो रुपए ज्यादा देकर उनसे खुले सिक्के ले लेते हैं। मसलन दस रुपए का नोट देकर एक-एक रुपए के नौ सिक्के लिए जा सकते हैं या फिर बीस-बीस के नोट देकर खुले अट्ठारह या उन्नीस रुपए लिए जा सकते हैं। है तो यह छोटी सी ही ट्रेडिंग, लेकिन इससे इन भिखारियों को थोड़ा फायदा मिल जाता है। यह शहजाद है जो भैंरो मन्दिर के बाहर ही भीख मांगते हैं। इन्होंने बताया कि मन्दिर के बाहर बैठने के कारण यहां उन्हें शाम तक सौ-सवा सौ रुपए की खेरीज मिल जाती है और अगर खुले पैसों की किसी को ज़रूरत ...