भारतीय पनडुब्बियां क्यों ले रही हैं अपने ही नौसेनिकों की जानें...?
पिछले 7 महीनों में नौसेना में हुए ग्यारह हादसों में 21 लोगों की जानें गईं हैं। ज्यादातर मामलों में कोई हताहत नहीं हुआ लेकिन इनमें से सिंधुघोष क्लास की पनडुब्बियों में हुई दो दुर्घटनाओं में 20 लोगों की जानें जा चुकी हैं। यह दोनों रूसी पनडुब्बियां थी। जब हमने इनकी पड़ताल की तो कुछ चौंकाने वाली जानकारियां सामने आईं। भारत द्वारा रूस से लीज़ पर ली गई परमाण्विक पनडुब्बी नेरपा के-152 का भी कुख्यात इतिहास है। इसे भारतीय नौसेना में आईएनएस चक्र के नाम से कमीशन किया गया है। सिंधुघोष क्लास की लगभग सभी दस पनडुब्बियां रूस से भारी रीफिटिंग के बाद तब ली गई हैं जब रूस ने इनका इस्तमाल या तो कम कर दिया था या बन्द कर दिया था मतलब नौसेना की भाषा में वो या तो डीकमीशन कर दी गईं थी या फिर डीकमीशन होने की कगार पर थी। चूंकि यह मामला बेहद संवेदनशील है, हम इन जानकारियों को आपसे बिल्कुल वैसे ही साझा कर रहे हैं जैसे यह हमें मिली। हम यह नहीं कह सकते कि यह जानकारी नौसेना में लगातार हो रही दुर्घटनाओं के कारणों की विवेचना करती है या नहीं, लेकिन इस बात पर ज़रूर प्रकाश डालती है कि हम रक्षा खरीद उपकरणों के लिए ...