चॉकलेट, कैलोग्स और कोल्डड्रिंक्स में मिले कीड़े, बिस्कुट और जैम में फफूंद
आप कोका कोला और फ्रूटी बड़े मज़े से पीते हैं। कैडबरी की चॉकलेट बहुत स्वाद ले कर खाते हैं, अपने बच्चों को टाइगर और ब्रिटेनिया के बिस्कुट खिलाते हैं और कैलोग्स कॉर्न फ्लेक्स या व्हीट फ्लेक्स आपके लिए सुबह का सबसे सेहत भरा नाश्ता हैं, तो ज़रा गौर फरमाईए, यह रिपोर्ट आपके लिए आंख खोलने वाली है। इन सभी पैक्ड और डिब्बा बंद चीज़ों में जीवित कीड़े, कीट, तम्बाकू के पैकेट्स और फंगस मिल रही है। नेट पर कन्ज़्युमर फोरम वेबसाइट (http://www.consumerforums.in) पर इस तरह की इसी वर्ष अब तक 14 शिकायते दर्ज की जा चुकी हैं। जिनमें पूरे भारत से लोगों ने इन विभिन्न खाद्य पदार्थों में की़ड़ों से लेकर फंगस, कूड़ा, कांच और स्टेपलर पिन मिलने जैसी शिकायते दर्ज कराई हैं। आपक यह भा बता दें कि इन शिकायतों का ना तो अभी तक उपभोक्ता फोरम में निपटारा हुआ है और ना ही, सम्बन्धित कंपनी ने इस संबंध में कोई कार्यवाही की है।
हमने जब इनमें से कुछ लोगों से संपर्क स्थापित किया तो इन्होंने हमें बताया कि कंपनी में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद किसी ने कोई कार्यवाही नहीं की। कंपनी की तरफ से सिर्फ इतना कहा गया कि हम आपका सामान बदल देते हैं और अगर आप चाहे तो आपको ज़्यादा सामान दे देते हैं। कुछ कंपनिया यह कह कर मुकर गईं कि सामान एक्सपायरी तारीख के बाद का होगा या जिस दुकानदार की दुकान में वो रखा गया है वहां गंदगी के कारण कीड़े या फंगस इन खाद्य सामानों में पहुंचे होंगे लेकिन एक्सपायरी डेट से पहले का सामान खराब कैसे हो गया और सीलबंद सामानों में कीड़े कैसे चले गए इसका जवाब किसी कंपनी के पास नहीं था।
आपको याद दिला दें कि एम्वे वो कंपनी है जो वर्ल्ड क्लास उत्पाद बनाने का दावा करती है। इनकी न्यूट्रिलाइट ब्रांड का यह प्रोटीन पाउडर लगभग 1000 रुपए का आता है और लोग अक्सर इसे अपने बच्चों के लिेए खरीदते हैं जिससे उनके विकास में वृद्धि हो। अब इन कीटों वाले प्रोटीन ड्रिंक को पीकर बच्चे बढ़ेंगे या बीमार पड़ेंगे इसका अंदाज़ा कोई भी लगा सकता है।
अगर आपको कीड़े चलते हुए दिखें तो भी क्या आप इससे मुंह मीठा करना चाहेंगे। जी हां, बैंगलोर की माधुरी जी ने भी जब अपनी पंसदीदा कैडबरी की फ्रूट एंड नट चॉकलेट में कीड़े चलते देखें तो उनके मुंह के साथ दिमाग में भी कड़वाहट भर गई। ( http://www.consumerforums.in/live-bugs-found-in-cadburys-dairy-milk-roasted-almond)।
अब बात करते हैं कोल्ड ड्रिंक्स की, जिन्हें सलमान, आमिर और शाहरुख जैसे बड़े-बड़े सितारों द्वारा बड़े ज़ोर शोर से बेचा जाता है। लेकिन इनकी सीलबंद बोतलों में कई बार लोगों को कोल्डड्रिंक के साथ-साथ कीड़े, गुटखे के पाउच, कूड़े और यहां तक कि फंगस के भी दर्शन होते रहते हैं। कोका कोला और मिनट मेड जूस में कीटाणु (http://www.consumerforums.in/adultrated-drink), http://www.consumerforums.in/foreign-particles-in-minute-maid, मैंगो स्लाइस की बोतल में कीड़ा और गुटखे का पाउच ( http://www.consumerforums.in, स्प्राइट की बोतल में ठोस कूड़ा (http://www.consumerforums.in/solid-waste-material-inside-the-sealed-bottle-of-sprite), और फ्रूटी में कीट पाए जाने जैसी कई शिकायतें लगातार आ रही है। लोग शिकायत भी दर्ज करते हैं लेकिन अफसोस कंपनी की तरफ से कोई ठोस कार्यवाही नहीं की जाती। बल्कि कई मामलों में तो कंपनी जवाब तक देना ज़रूरी नहीं समझती। हम आपको बता दें कि कोल्डड्रिंक्स में अलग अलग चीज़े मिलने की शिकायतें आपको सबसे ज्यादा दिखेंगी।
यहीं नहीं आटा, ब्रांडेड पानी की बोतलें, केक्स आदि में भी कीड़े, फंगस और पॉलीथीन आदि मिलने के कई मामले उपभोक्ता फोरम में दर्ज है जो बताते हैं कि स्वास्थ्यवर्धक सामान बेचने वाली इन बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के उत्पाद इतने स्वास्थ्यवर्धक है कि आम जनता तो छोड़ो कीट, कीड़े और फफूंदी भी इन्हें खाकर फल-फूल रहे हैं।
एक आध अपवाद होते हैं, माना जा सकता है कि शायद ग़लती हुई होगी और इन उत्पादों में कीड़े या कूड़ा आ गया लेकिन सवाल यह भी है कि साफ सफाई और हाइजीन की दुहाई देकर लागत से दो सो, ढाई सौ गुना महंगा सामान बेचने वाली और बड़े बड़े सितारों से अपने उत्पादों का विज्ञापन कराने वाली इन कंपनियों के खाद्य पदार्थों में गुणवत्ता मानकों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। क्या इस तरह के सामान बाज़ार में बेच कर यह कंपनिया सरेआम जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं कर रही हैं।
हमने जब इनमें से कुछ लोगों से संपर्क स्थापित किया तो इन्होंने हमें बताया कि कंपनी में शिकायत दर्ज कराने के बावजूद किसी ने कोई कार्यवाही नहीं की। कंपनी की तरफ से सिर्फ इतना कहा गया कि हम आपका सामान बदल देते हैं और अगर आप चाहे तो आपको ज़्यादा सामान दे देते हैं। कुछ कंपनिया यह कह कर मुकर गईं कि सामान एक्सपायरी तारीख के बाद का होगा या जिस दुकानदार की दुकान में वो रखा गया है वहां गंदगी के कारण कीड़े या फंगस इन खाद्य सामानों में पहुंचे होंगे लेकिन एक्सपायरी डेट से पहले का सामान खराब कैसे हो गया और सीलबंद सामानों में कीड़े कैसे चले गए इसका जवाब किसी कंपनी के पास नहीं था।
न्यूट्रिलाइट प्रोटीन पाउडर में कीट
फोरम में दर्ज कई शिकायते तो डराने वाली है जैसे कि अजमल फारुख नामक एम्वे कंपनी के एजेंट ने न्यूट्रिलाइट के प्रोटीन पाउडर में पेस्ट्स यानि कीटों के होने की शिकायत दर्ज की है (http://www.consumerforums.in/pest-in-the-product) ।आपको याद दिला दें कि एम्वे वो कंपनी है जो वर्ल्ड क्लास उत्पाद बनाने का दावा करती है। इनकी न्यूट्रिलाइट ब्रांड का यह प्रोटीन पाउडर लगभग 1000 रुपए का आता है और लोग अक्सर इसे अपने बच्चों के लिेए खरीदते हैं जिससे उनके विकास में वृद्धि हो। अब इन कीटों वाले प्रोटीन ड्रिंक को पीकर बच्चे बढ़ेंगे या बीमार पड़ेंगे इसका अंदाज़ा कोई भी लगा सकता है।
कैलोग्स में ज़िंदा कीड़े और मैगोट्स
कुछ ऐसा ही उदाहरण कैलोग्स के उत्पादों का है। यह कंपनी खासतौर से सुबह के नाश्ते के लिए स्वास्थयवर्धक सीरिअल्स, कॉर्न फ्लेक्स, व्हीट फ्लेक्स आदि बनाती है। मुंबई की अंजू नाहटा ने जब लोअर परेल स्थित बिग बाज़ार से खरीदे गए कैलोग्स एक्स्ट्रा मूस्ली नट्स सुबह के नाश्ते में खाने के लिए खोले तो उन्हें यह देखकर गहरा झटका लगा कि उसमें कीड़े चल रहे थे। उन्होंने तुरंत ई मेल के ज़रिए कंपनी में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद कंपनी की तरफ से उनसे माफी मांगी गई और दूसरा डिब्बा दिया गया। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि दूसरे पैकेट का भी वहीं हाल था यानि उसमें भी कीड़े थे। (http://www.consumerforums.in/contaminated-cereal-pack) । कैलोग्स के अन्य उत्पादों में भी कीड़े, मैगॉट्स, चींटिया और यहां तक कि प्लास्टिक मिलने तक के मामले सामने आए हैं जिनके बारे में आप यहां पढ़ सकते हैं- http://www.consumeraffairs.com/food/kelloggs.htmlकैडबरी चॉकलेट में कीड़े-
कैडबरी चॉकलेट बच्चों और बड़ो दोनों को बहुत पसंद होती है। आजकल तो मिठाईयों की जगह भी तीज-त्यौहारों पर चॉकलेट देने का चलन चल पड़ा है, क्योंकि मिठाई में प्रयुक्त मावा कई बार नकली होता है और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। अमिताभ बच्चन जी भी हर खुशी के मौके पर मुंह मीठा कराने के लिए कैडबरी चॉकलेट खिलाते नज़र आते हैं। लेकिन स्वास्थ्य के लिेए सुरक्षित और गुणवत्ता से भरपूर मानी जाने वाली चॉकलेट मेंअगर आपको कीड़े चलते हुए दिखें तो भी क्या आप इससे मुंह मीठा करना चाहेंगे। जी हां, बैंगलोर की माधुरी जी ने भी जब अपनी पंसदीदा कैडबरी की फ्रूट एंड नट चॉकलेट में कीड़े चलते देखें तो उनके मुंह के साथ दिमाग में भी कड़वाहट भर गई। ( http://www.consumerforums.in/live-bugs-found-in-cadburys-dairy-milk-roasted-almond)।
कोल्डड्रिंक्स में कीड़े, कीट और गुटखे के पाउच
यह फोटो हमें दिल्ली से मिस्टर सुनील पाल ने भेजी है |
बिस्कुट, ब्रैड और जैम में फंगस
बिस्कुट और फ्रूट जैम, ब्रैड वगैरह जो कि बच्चों को ज्यादा पसंद आने वासे खाद्य पदार्थ हैं और ज्यादातर घरों में बच्चो के लिए ही मंगाए जाते हैं में भी स्टेपलर पिन(http://www.consumerforums.in/foul-biscuits-sold), विषाक्त पदार्थ और फंगस (http://www.consumerforums.in/fungus-found-over-mixed-fruit-jam) आदि मिलने के मामले सामने आए हैं।यहीं नहीं आटा, ब्रांडेड पानी की बोतलें, केक्स आदि में भी कीड़े, फंगस और पॉलीथीन आदि मिलने के कई मामले उपभोक्ता फोरम में दर्ज है जो बताते हैं कि स्वास्थ्यवर्धक सामान बेचने वाली इन बड़ी मल्टीनेशनल कंपनियों के उत्पाद इतने स्वास्थ्यवर्धक है कि आम जनता तो छोड़ो कीट, कीड़े और फफूंदी भी इन्हें खाकर फल-फूल रहे हैं।
एक आध अपवाद होते हैं, माना जा सकता है कि शायद ग़लती हुई होगी और इन उत्पादों में कीड़े या कूड़ा आ गया लेकिन सवाल यह भी है कि साफ सफाई और हाइजीन की दुहाई देकर लागत से दो सो, ढाई सौ गुना महंगा सामान बेचने वाली और बड़े बड़े सितारों से अपने उत्पादों का विज्ञापन कराने वाली इन कंपनियों के खाद्य पदार्थों में गुणवत्ता मानकों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। क्या इस तरह के सामान बाज़ार में बेच कर यह कंपनिया सरेआम जनता की सेहत के साथ खिलवाड़ नहीं कर रही हैं।
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