ये रहीं प्रधानमंत्री के देश के नाम संबोधन की खास बातें...
देश के केवल 24 लाख लोग मानते हैं कि उनकी सालाना आय 10 लाख से ज्यादा है। कष्ट झेलना आप सबके त्याग की मिसाल। लोग मुख्यधारा में आना चाहते हैं। ईमानदारों को सुरक्षा देना प्राथमिकता। अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा में वापस आया काला धन। कहीं कहीं सरकारी कर्मचारियों ने गंभीर अपराध किये हैं और आदतन फायदा उठाने का निर्लज्ज प्रयास भी हुआ है, इन्हें बख्शा नहीं जाएगा। बैेंको से आग्रह- बैंक अब गरीबों को मध्य में रखकर अपने कार्य का आयोजन करें। बैंकों के पास इतना धन कभी नहीं आया था। निम्न मध्यम वर्ग के लिए नीतियां बनाएं। नई योजनाएं- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरों में गरीबों को नए घर देने के लिए दो नई स्कीमें- 9 लाख तक के कर्ज पर 4 फीसदी की छूट, 12 लाख के कर्ज पर 3 फीसदी तक की छूट। गांव में 33 फीसदी ज्यादा घर बनाए जाएंगे। 2017 में गांव में लोग अगर घर का विस्तार करना चाहते हैं तो उन्हें 2 लाख रुपए तक के कर्ज में 3 फीसदी तक की छूट। रबी की बुआई में 6 फीसदी वृद्धि हुई। जिन्होंने सहकारी बैंको से कर्ज़ लिया था उन किसानों के लिए- 60 दिन का ब्याज सरकार देगी, ...